आयनॉक्स C21 मॉल के लाइव किचन में शेफ विक्की रत्नानी ने बनाई अपनी सिग्नेचर इंदौरी डिशेस

एक खास ट्विस्ट के साथ बनाए गराडू स्टीक फ्राइज और साबूदाना रिसोट्टो

इंदौर। फ़ूड इंडस्ट्री में विक्की रत्नानी एक प्रसिद्द नाम है। वही आयनॉक्स लीजर लिमिटेड (आयनॉक्स) देश की सबसे तेजी से बढ़ती मल्टीप्लेक्स श्रृंखला है। अपने-अपने क्षेत्रों के यह दो बड़े नाम अब एक साथ काम कर रहे हैं मध्य भारत के पहले अल्ट्रा-लग्ज़री आयनॉक्स इन्सिग्निया थिएटर के कैफ़े में। इस 7 -स्टार थिएटर के कैफ़े में फ़ूड एंड बेवरेजेस के लिए खास लाइव किचन तैयार किया गया है, जिसका मेनू सेलिब्रिटी शेफ विक्की रत्नानी ने खासतौर पर तैयार किया गया है।

अपने इसी मेनू में से दो खास इंदौरी डिशेस बनाने के लिए सेलिब्रिटी शेफ विक्की रत्नानी इंदौर के आयनॉक्स इन्सिग्निया थिएटर पहुचें और यहाँ लाइव किचन में उन्होंने एक खास ट्विस्ट के साथ गराडू स्टीक फ्राइज और साबूदाना रिसोट्टो बनाए। इस कैफ़े की सबसे पॉपुलर डिशेस में कंप्रेस्ड पाणिनि और ट्वाइस बेक्ड खिचड़ी शामिल है।

इस कैफ़े के मेनू में भारतीय, लेबनान, अमेरिकी, ओरिएंटल, इतालवी, ग्रिल और थाई से लेकर पेय पदार्थ, पॉप कॉर्न और नाचोस की एक बड़ी वरायटी शामिल है। मल्टीप्लेक्स में कैफ़े अनविंड नाम का एक खास फूड आउटलेट भी है, जो फ्रेश फ़िल्टर कॉफी, डिटॉक्स जूस, बर्गर, सैंडविच, आइसक्रीम और वॉफल भी सर्व करता है। मल्टीप्लेक्स के रेस्टोरेंट में 150 से ज्यादा फ़ूड ऑप्शंस हैं, जिसमें स्नैक्स, मेनकोर्स, बेवेरेजेस और डेजर्ट शामिल है।

आयनॉक्स ने मध्य भारत का पहला अल्ट्रा-लग्ज़री इन्सिग्निया थिएटर, 1 MX4D थिएटर और 1 क्लब थिएटर शुरू किया है। हाल ही में आयनॉक्स ने C21 मॉल में स्थिति अपने मल्टीप्लेक्स में मौजूदा 5 स्क्रीन्स के साथ 4 नये  स्क्रीन शुरू किए हैं, जिसके बाद यह 1486 सीटों वाला मध्य भारत का सबसे बड़ा मल्टीप्लेक्स बन गया है। अपने दर्शकों के लिए फिल्म देखने के अनुभव को पहले से बेहतर और मनोरंजक बनाने के लिए यहाँ एक खूबसूरत और आरामदायक लाउंज एरिया बनाने के साथ ही यह कैफ़े भी शुरू किया गया था।

होम शेफ्स के पास होता है तर्जुबा

शेफ विक्की रत्नानी ने चर्चा करते हुए बताया कि मैं होम शेफ्स (गृहिणी) का बहुत सम्मान करता हूं. हमने जो भी सीखा पढ़कर और ट्रेनिंग लेकर सीखा. लेकिन उनके पास तालिम और तर्जुबा होता है. वो बिना ट्रेनिंग लिए भी बहुत अच्छा खाना बनाती है. इसलिए घर के खाने की बात अलग होती है उसकी एक खासियत होती है. जबकि रेस्टोरेंट का खाना तो आपको हर कहीं मिल जाएगा. होम कुकिंग या घर के रेसिपी अभी रेस्टोरेंट तक नहीं पहुंची है.

स्टार्ट अप से लोगों तक पहुंच रही घर की रेसिपी

शेफ विक्की ने बताया कि अभी बहुत सी छोटी कम्यूनिटी का खाना रेस्टोरेंट तक नहीं पहुंचा है क्योंकि उन्होंने पहुंचाने की कोशिश नहीं की. अब सिंधी फूड और बिहारी फूड भी रेस्टोरेंट तक पहुंच रहा है. स्टार्टअप के माध्यम से और भी कई रेसीपी अब लोगों तक पहुंच रही है. उन्होंने बताया कि घरों की पुरानी रेसीपी अच्छी होती है लेकिन यह धीरे-धीरे खत्म हो रही है क्योंकि एक पीढ़ी खाना बनाना पसंद नहीं करती तो वह उसके बाद वाली पीढ़ी तक नहीं पहुंच पाती. 

फ्रेंज फ्राइज की जगह परोसे गराड़ू

मध्यप्रदेश के मालवा, सैलाना गढ़ा का फूड अच्छा है. इसके अलावा और भी जगह है. हमारे देश में हर सौ किमी में खाना बदल जाता है. यह भारतीय फूड की खासियत है. मुझे इंदौर का गराड़ू बहुत अच्छा लगा. इसे ठंड ने मैकडोनाल्ड जैसे आउटलेट पर फ्रेंच फ्राइज की जगह जीरावन के साथ परोसना चाहिए. खाना बनाने में एक्सपेरीमेंट प्लान करना चाहिए. रिजल्ट कुछ भी हो उसकी चिंता नहीं करना चाहिए.

Leave a Comment